मैं अमृत लेकर क्या करूंगा? अधिक से अधिक अमर हो जाऊंगा, पर निर्भय नहीं हो सकता। निर्भय मुझे यह कथा ही करेगी। एक बार यदि मैंने भागवत का पान कर लिया तो फिर मैं निर्भय हो जाऊंगा। (हिन्दू जागरण मंच) hindu-jagran-manch.blogspot.com
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